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विश्व हिंदी सचिवालय - 11वां आधिकारिक कार्यारम्भ दिवस

विश्व हिंदी सचिवालय

11वां आधिकारिक कार्यारम्भ दिवस

11 फरवरी 2019

डॉ. उदय नारायण गंगू जी,

श्री युधिष्ठिर मनबोध जी,

प्रो. आनंद कुमार सिंह जी,

प्रो. विनोद कुमार मिश्र जी,

श्रीमती माधुरी रामधारी जी,

अन्य गणमान्य अतिथि

यहाँ उपस्थित स्कूलों के छात्र,

एवं सभी हिंदी प्रेमियों !

- विश्व हिंदी सचिवालय के स्थापना दिवस के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ एवं आप सभी का स्वागत है |

- विश्व हिंदी सचिवालय भारत और मॉरिशस के बहुत ही घनिष्ठ संबंधों का एक प्रतीक है |

- मैं आनंद कुमार सिंह को उनके बहुत ही insightful व्याख्यान के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ |

- उन्होंने भाषा और समाज की चेतना या core values के परस्पर संबंध को बखूबी उजागर किया है |

- उन्होंने बताया कि किसी भी भाषा को सुरक्षित रखने का क्या महत्त्व है |

- भाषा और संस्कृति का एक सीधा रिश्ता होता है और यह सचिवालय हमारी हिंदी भाषा की सांझी धरोहर को सुरक्षित ही नहीं बल्कि उसे और बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है |

- जहाँ भारत में हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा प्राप्त है, वहीं मॉरिशस वासियों, अनेकानेक संस्थानों और मॉरिशस सरकार का हिंदी और अन्य भाषाओँ के प्रयोग को न केवल जीवित रखने बल्कि आगे बढ़ाने में बहुत सराहनीय योगदान रहा है |

- मॉरिशस का हिंदी साहित्य बहुत ही सम्मानित रहा है और यहाँ के लोगों की हिंदी भाषा में रुची बहुत सराहनीय है |

- पिछले साल विश्व हिंदी सचिवालय के भव्य भवन का भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद तथा मॉरिशस के माननीय प्रधान मंत्री श्री प्रवीन कुमार जगन्नाथ द्वारा उद्घाटन तथा विश्व हिंदी सम्मेलन का अत्यंत सफल आयोजन जिनमें भारत की विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने एक उच्च स्तरीय मंडल को lead किया, दो प्रमुख उपलब्धियां रही हैं |

- जैसा कि आप सब जानते हैं हिंदी आज केवल भारत-मॉरिशस अथवा कुछ अन्य देशों में ही सिमित नहीं रह गई है बल्कि हिंदी-भाषी लोग अब दुनिया के कई देशों में बसे हैं या कार्यरत हैं |

- विश्व में 73 देशों में लगभग 300 संस्थानों में हिंदी पढ़ाने की व्यवस्था है| यह एक आशाजनक चिह्न है |

हिंदी भाषा का अपना एक समृद्ध साहित्य है और हिंदी लेख, कहानी, कविता, उपन्यास, आदि की एक बड़ी धरोहर है |

हिंदी और अन्य भाषाओँ के प्रचार में अनुवाद की एक प्रमुख भूमिका है | मैं समझता हूँ कि इस विषय में लेखकों और भारत सरकार का ध्यान लगा है |

- भारतवर्ष में अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी भी एक व्यापक संपर्क भाषा के रूप में उभर रही है | इसमें एक अहम भूमिका bollywood cinema की रही है और bollywood न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में हिंदी को ले जा रहा है |

- हिंदी अनुवाद की आवश्यकता job market और multinational companies के माध्यम से बढ़ रही है |

जहाँ arts के विषयों में हिंदी का प्रचलन बढ़ रहा है, शायद अभी हिंदी में वैज्ञानिक शिक्षण में और काम की आवश्यकता है |

युवा पीढ़ी में हिंदी के प्रति रुची बनाए रखना हम सब के लिए एक चुनौती है जहाँ cinema और popular culture इसमें मदद कर सकते हैं वहीं नए IT platforms भी इसमें बहुत सहायक हो सकते हैं |

मैं आशा करता हूँ कि भारत और मॉरिशस के सहयोग से बने इस विश्व हिंदी सचिवालय का हिंदी भाषा के प्रचार के लिए योगदान बढ़ता रहेगा | मेरी शुभकामनाएँ आप सभी के साथ है |

धन्यवाद

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